The best Side of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए



कामदेव जिन्हें मोहन साधना के देव माना जाता है इनकी साधना के दौरान ध्यान हो तो साधना में सहायता मिलती है.

किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. दूसरा, किसी अनुभवी गुरु या ज्योतिषी से सलाह लें. वशीकरण एक जटिल विद्या है और इसे गलत तरीके से करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं. तीसरा, धैर्य रखें. वशीकरण का प्रभाव तुरंत नहीं दिखता है. इसके लिए समय और अभ्यास की आवश्यकता होती है.

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमुक ग्राह्यार्थे सर्व जगत् हितकारिणी सर्वदुःख निवारिणी सर्व व्याधि नाशिनी नमो नमः स्वाहा॥

शैतान को राक्षसों और असुरों की बुरी शक्तियों के रूप में चित्रित किया जाता है। जो विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों में अलग-अलग रूपों में पाई जाती है। इस्लाम में शैतान को इब्लीस या शैतान कहा जाता है। यह एक जिन्न है जिसने अल्लाह के आदेश का पालन करने से इनकार कर दिया था।

हां, यदि सही विधि और इरादे के साथ किया जाए तो यह प्रभावी हो सकता है।

ॐ नमो भगवते मदन मोह मये पंच भूत मोहिनी। चतुर्विध जीव गलनु मोहिसु मोहिसु। तन्नो नो उदकेण तुरित व्यतलिन्नकाणा कालुकै। प्याऽदे कल बहु दिवोडि वरील वार विर्दरे। महा मायाणे काल भैरव-गणे ब्रह्मा- विष्णु, महेश्वरणे श्रीराम ईतनाणे। क्लीं मोहिनी मोहिसु मोहिसु। निगेगे निन्त्राणे मोहिसु ॐ गुरु प्रसादं।

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना की ही अलग अलग विधि का प्रयोग अलग अलग मकसद से किया जाता है. आमतौर पर मोहन मंत्र साधना का प्रयोग अपने व्यक्तित्व को इतना आकर्षक और चुम्बकीय बना लिया जाता है की इच्छित माध्यम देखते ही मोहित हो जाए.

ऊं नमो भगवते कामदेवाय, यस्य यस्य दृश्यो भवामि, यश्च यश्च मम मुखम पछ्यति तत मोहयतु स्वाहा”

(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)

विधि: किसी भी शनिवार या रविवार के दिन रात में नरसिंह भगवान का पूजन गूगल जलाकर घृत, शक्कर, पान-सुपारी अर्पित कर एक हजार आठ बार मन्त्र जप कर जप का दशांश होम करें। मन्त्र सिद्ध हो जाने पर रूई में चंदन और अपामार्ग को मिलाकर बत्ती बनाकर काजल तैयार करें। उस काजल को सात बार अभिमन्त्रित कर आँखों में लगाने से सभी लोग साधक पर मोहित होते हैं।

हाँ, वशीकरण मंत्रों का उच्चारण करने से मन एकाग्र होता है और ध्यान की स्थिति में आता है। इन read more मंत्रों का उपयोग ध्यान प्रदान करने, मेधा बढ़ाने और मन को शांत करने के लिए किया जा सकता है।

वशीकरण का नैतिक उपयोग इस पर निर्भर करता है कि इसे किस उद्देश्य से किया जा रहा है। जब इसका उपयोग रिश्तों को सुधारने, सकारात्मक बदलाव लाने, और जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, तो यह फायदेमंद साबित होता है। लेकिन गलत इरादों से इसका उपयोग हानिकारक हो सकता है और इसे पारंपरिक शास्त्रों में निषेध किया गया है।

सही उद्देश्य और विधि से किया गया वशीकरण सुरक्षित होता है, लेकिन गलत तरीके से किया गया प्रयोग नुकसानदायक हो सकता है।

विधि: किसी भी सोमवार को, चार लौंग को पान के पत्ते में लपेटकर अपने मुँह में रखें। इसके बाद, किसी नदी या सरोवर में स्नान करते हुए डुबकी लगाएँ। डुबकी के दौरान, इस मंत्र का इक्कीस बार जाप करें। फिर पानी से बाहर निकलकर मुँह में रखी हुई लौंग को निकालें और उसे धूप दिखाएं। यह लौंग जिसे भी खिला दी जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।

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